Page No 40:
Question 1
एकपदेन उत्तरत-(क) प्रेमल: कथं श्रान्त: आसीत्?
(ख) प्रेमल: कदा गृहम् आगच्छत्?
(ग) प्रेमल: कानि प्राज्वालयत्?
(घ) चुल्लीं प्रज्वालयितुं प्रेमल: किं कृतवान्?
(ङ) प्रेमली कस्य पत्नी आसीत्?
Answer:
(क) काष्ठच्छेदेन्।(ख) सायं काले।
(ग) काष्ठानि
(घ) फूत्कारम्
(ङ) प्रेमलस्य।
Question 2
अधोलिखितेषु पदेषु उपसर्गं चित्वा पृथक् कुरुत-
यथा-अपगमिष्याति
|
=
|
अप
|
+
|
गमिष्यति
|
अवतारय
|
=
|
——————–
|
+
|
——————–
|
प्रज्ज्वाल्य
|
=
|
——————–
|
+
|
——————–
|
प्रहार:
|
=
|
——————–
|
+
|
——————–
|
पराजय:
|
=
|
——————–
|
+
|
——————–
|
उपहार:
|
=
|
——————–
|
+
|
——————–
|
Answer:
यथा-अपगमिष्याति
|
=
|
अप
|
+
|
गमिष्यति
|
अवतारय
|
=
|
अव
|
+
|
अतारय्
|
प्रज्ज्वाल्य
|
=
|
प्र
|
+
|
ज्ज्वालय
|
प्रहार:
|
=
|
प्र
|
+
|
हार:
|
पराजय:
|
=
|
परा
|
+
|
जय:
|
उपहार:
|
=
|
उप
|
+
|
हार:
|
Question 3
अधोलिखितेषु पदेषु उदाहरणानुसारेण धातुं प्रत्ययं च पृथक् कुरुत-- पदानिधातु:प्रत्यय:(क)यथा- गत्वा=गम्+क्त्वाकृत्वा=——————–+——————–भृत्वा=——————–+——————–स्नात्वा=——————–+——————–(ख)यथा – पठितुम्=पठ्+तुमुन्कर्तुम्=——————–+——————–खादितुम्=——————–+——————–द्रष्टुम्=——————–+——————–=+पदानि=उपसर्ग:+धातु:प्रत्यय:(ग)यथा- आनीय=आ+नील्यप्आगत्य=——————–+——————–——————–निधाय=——————–+——————–——————–आदाय=——————–+——————–——————–संस्पृश्य=——————–+——————–——————–
Answer:
- पदानिधातु:प्रत्यय:(क)यथा- गत्वा=गम्+क्त्वाकृत्वा=कृ+क्त्वाभृत्वा=भृ+क्त्वास्नात्वा=स्ना+क्त्वा(ख)यथा – पठितुम्=पठ्+तुमुन्कर्तुम्=कृ+तुमुन्खादितुम्=खाद+तुमुन्द्रष्टुम्=दृश+तुमुन्=+पदानि=उपसर्ग:+धातु:प्रत्यय:(ग)यथा- आनीय=आ+नील्यप्आगत्य=आ+गम्ल्यप्निधाय=नि+धाल्यप्आदाय=आ+दाल्यप्संस्पृश्य=सम्+स्पृशल्यप्
Page No 41:
Question 4
मञ्जूषात: समानार्थकपदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-निकटे, अधुना, कथयति, ददासि, हस्तेन, संस्थाप्य, पुष्पम्, तनु:
- करेण=——————–कुसुमम्=——————–यच्छसि=——————–स्थापयित्वा=——————–वदति=——————–साम्प्रतम्=——————–शरीरम्=——————–पार्श्वे=——————–
Answer:
- करेण=हस्तेनकुसुमम्=पुष्पम्यच्छसि=ददासिस्थापयित्वा=संस्थाप्यवदति=कथयतिसाम्प्रतम्=अधुनाशरीरम्=तनु:पार्श्वे=निकटे
Page No 42:
Question 5
निर्देशानुसारं उपसर्गं क्रियापदं च पृथक कुरुत-- यथा – प्राचलत्=प्र+अचलत्निरदिशत्=——————–+——————–आगच्छत्=——————–+——————–अवातारयत्=——————–+——————–पराभवत्=——————–+——————–प्राक्षालयत्=——————–+——————–
Answer:
- यथा – प्राचलत्=प्र+अचलत्निरदिशत्=निर्+अदिशत्आगच्छत्=आ+अगच्छत्अवातारयत्=अव्+अतारयत्पराभवत्=परा+अभवत्प्राक्षालयत्=प्र+अक्षालयत्
Question 6
अधोलिखितानि वाक्यानि घटनाक्रमानुसारं लिखत-(क) स: हण्डीमवातारयत्।
(ख) स: चुल्लीमज्वालयत्।
(ग) स: हण्डीं स्नानगृहे अस्थापयत्।
(घ) स: घटे जलमभरत्।
(ङ) प्रेमल: गृहमागच्छत्।
(च) स: जलमुष्णमकरोत्।
(छ) स: भोजनमकरोत्।
(ज) स: स्नानमकरोत्।
Answer:
एतानि उपयुक्त क्रम निम्न सन्ति-(क) प्रेमल: गृहमागच्छत्।
(ख) स: घटे जलमभरत्।
(ग) स: चुल्लीमज्वालयत्।
(घ) स: जलमुष्णमकरोत्।
(ङ) स: हण्डीमवातारयत्।
(च) स: हण्डीं स्नानगृहे अस्थापयत्।
(छ) स: स्नानमकरोत्।
(ज) स: भोजनमकरोत्।
Question 7
अधोलिखितानां तद्भवपदानां तत्समपदानि चिनुत-- काठ——————–हाँडी——————–चूल्हा——————–कूआँ——————–फूँकना——————–
Answer:
- काठकाष्ठहाँडीहण्डीचूल्हाचूल्लीकूआँकूप:फूँकनाफूत्कारम्
0 comments:
Post a Comment