Tuesday, June 30, 2020

NCERT solution class 8 sanskrit chapter 6 प्रेमलस्य प्रेमल्याश्च कथा (ऋकारान्त-स्त्रीलिङ्ग:)


Page No 40:

Question 1

एकपदेन उत्तरत-
(क) प्रेमल: कथं श्रान्त: आसीत्‌?
(ख) प्रेमल: कदा गृहम्‌ आगच्छत्‌?
(ग) प्रेमल: कानि प्राज्वालयत्‌?
(घ) चुल्लीं प्रज्वालयितुं प्रेमल: किं कृतवान्‌?
(ङ) प्रेमली कस्य पत्नी आसीत्‌?

Answer:

(क) काष्ठच्छेदेन्।
(ख) सायं काले।
(ग) काष्ठानि
(घ) फूत्कारम्
(ङ) प्रेमलस्य।

Question 2

अधोलिखितेषु पदेषु उपसर्गं चित्वा पृथक् कुरुत-
यथा-अपगमिष्याति
=
अप
+
गमिष्यति
अवतारय
=
——————–
+
——————–
प्रज्ज्वाल्य
=
——————–
+
——————–
प्रहार:
=
——————–
+
——————–
पराजय:
=
——————–
+
——————–
उपहार:
=
——————–
+
——————–

Answer:

यथा-अपगमिष्याति
=
अप
+
गमिष्यति
अवतारय
=
अव
+
अतारय्
प्रज्ज्वाल्य
=
प्र
+
ज्ज्वालय
प्रहार:
=
प्र
+
हार:
पराजय:
=
परा
+
जय:
उपहार:
=
उप
+
हार:

Question 3

अधोलिखितेषु पदेषु उदाहरणानुसारेण धातुं प्रत्ययं च पृथक् कुरुत-
 
पदानि
 
धातु:
 
प्रत्यय:
 
(क)
यथा- गत्वा
=
गम्‌
+
क्त्वा
 
 
कृत्वा
=
——————–
+
——————–
 
 
भृत्वा
=
——————–
+
——————–
 
 
स्नात्वा
=
——————–
+
——————–
 
       
(ख)
यथा – पठितुम्‌
=
पठ्
+
तुमुन्‌
 
 
कर्तुम्‌
=
——————–
+
——————–
 
 
खादितुम्‌
=
——————–
+
——————–
 
 
द्रष्टुम्‌
=
——————–
+
——————–
 
  
=
 
+
  
 
पदानि
=
उपसर्ग:
+
धातु:
प्रत्यय:
(ग)
यथा- आनीय
=
+
नी
ल्यप्‌
 
आगत्य
=
——————–
+
——————–
——————–
 
निधाय
=
——————–
+
——————–
——————–
 
आदाय
=
——————–
+
——————–
——————–
 
संस्पृश्य
=
——————–
+
——————–
——————–

Answer:

 
पदानि
 
धातु:
 
प्रत्यय:
 
(क)
यथा- गत्वा
=
गम्‌
+
क्त्वा
 
 
कृत्वा
=
कृ
+
क्त्वा
 
 
भृत्वा
=
भृ
+
क्त्वा
 
 
स्नात्वा
=
स्ना
+
क्त्वा
 
       
(ख)
यथा – पठितुम्‌
=
पठ्
+
तुमुन्‌
 
 
कर्तुम्‌
=
कृ
+
तुमुन्‌
 
 
खादितुम्‌
=
खाद
+
तुमुन्‌
 
 
द्रष्टुम्‌
=
दृश
+
तुमुन्‌
 
  
=
 
+
  
 
पदानि
=
उपसर्ग:
+
धातु:
प्रत्यय:
(ग)
यथा- आनीय
=
+
नी
ल्यप्‌
 
आगत्य
=
+
गम्
ल्यप्‌
 
निधाय
=
नि
+
धा
ल्यप्‌
 
आदाय
=
+
दा
ल्यप्‌
 
संस्पृश्य
=
सम्
+
स्पृश
ल्यप्‌

Page No 41:

Question 4

मञ्जूषात: समानार्थकपदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-
निकटे, अधुना, कथयति, ददासि, हस्तेन, संस्थाप्य, पुष्पम्‌, तनु:
   
करेण
=
——————–
कुसुमम्‌
=
——————–
यच्छसि
=
——————–
स्थापयित्वा
=
——————–
वदति
=
——————–
साम्प्रतम्‌
=
——————–
शरीरम्‌
=
——————–
पार्श्वे
=
——————–

Answer:

करेण
=
हस्तेन
कुसुमम्‌
=
पुष्पम्‌
यच्छसि
=
ददासि
स्थापयित्वा
=
संस्थाप्य
वदति
=
कथयति
साम्प्रतम्‌
=
अधुना
शरीरम्‌
=
तनु:
पार्श्वे
=
निकटे

Page No 42:

Question 5

निर्देशानुसारं उपसर्गं क्रियापदं च पृथक कुरुत-
यथा – प्राचलत्‌
=
प्र
+
अचलत्‌
निरदिशत्‌
=
——————–
+
——————–
आगच्छत्‌
=
——————–
+
——————–
अवातारयत्‌
=
——————–
+
——————–
पराभवत्‌
=
——————–
+
——————–
प्राक्षालयत्‌
=
——————–
+
——————–

Answer:

यथा – प्राचलत्‌
=
प्र
+
अचलत्‌
निरदिशत्‌
=
निर्
+
अदिशत्
आगच्छत्‌
=
+
अगच्छत्
अवातारयत्‌
=
अव्
+
अतारयत्
पराभवत्‌
=
परा
+
अभवत्
प्राक्षालयत्‌
=
प्र
+
अक्षालयत्

Question 6

अधोलिखितानि वाक्यानि घटनाक्रमानुसारं लिखत-
(क) स: हण्डीमवातारयत्‌।
(ख) स: चुल्लीमज्वालयत्‌।
(ग) स: हण्डीं स्नानगृहे अस्थापयत्‌।
(घ) स: घटे जलमभरत्‌।
(ङ) प्रेमल: गृहमागच्छत्‌।
(च) स: जलमुष्णमकरोत्‌।
(छ) स: भोजनमकरोत्‌।
(ज) स: स्नानमकरोत्‌।

Answer:

एतानि उपयुक्त क्रम निम्न सन्ति-
(क) प्रेमल: गृहमागच्छत्‌।
(ख) स: घटे जलमभरत्‌।
(ग) स: चुल्लीमज्वालयत्‌।
(घ) स: जलमुष्णमकरोत्‌।
(ङ) स: हण्डीमवातारयत्‌।
(च) स: हण्डीं स्नानगृहे अस्थापयत्‌।
(छ) स: स्नानमकरोत्‌।
(ज) स: भोजनमकरोत्‌।

Question 7

अधोलिखितानां तद्भवपदानां तत्समपदानि चिनुत-
काठ
——————–
हाँडी
——————–
चूल्हा
——————–
कूआँ
——————–
फूँकना
——————–

Answer:

काठ
काष्ठ
हाँडी
हण्डी
चूल्हा
चूल्ली
कूआँ
कूप:
फूँकना
फूत्कारम्

0 comments:

Post a Comment