Tuesday, June 30, 2020

NCERT solution class 8 sanskrit chapter 3 भगवदज्जुकम (नकारान्तपुँल्लिङ्ग:)


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Question 1

अधोलिखितानां प्रश्नानाम्‌ उत्तराणि एकपदेन लिखत-
(क) गणिकाया: नाम किम्‌?
(ख) परिव्राजकस्य शिष्य: क: आसीत्‌?
(ग) यमदूत: गणिकाया: जीवं कस्य शरीरे निदधति?
(घ) परहितनिरता के भवन्तु?

Answer:

(क) वसन्तसेना।
(ख) शाण्डिल्य:।
(ग) परिव्राजकस्य।
(घ) भूतगणा:।

Question 2

सन्धिविच्छेदं कुरुत-
यथा – तत्रैव
तत्र
+
एव
भगवन्नयम्‌
——————–
+
——————–
श्वासश्च
——————–
+
——————–
खल्वकृतज्ञा:
——————–
+
——————–
सप्तैता:
——————–
+
——————–
करोतीति
——————–
+
——————–

Answer:

यथा – तत्रैव
तत्र
+
एव
भगवन्नयम्‌
भगवन्
+
अयम्
श्वासश्च
श्वास:
+
खल्वकृतज्ञा:
खलु
+
अकृतज्ञा:
सप्तैता:
सप्त
+
ऐता:
करोतीति
करोति
+
इति

Question 3

उदाहरणानुसारं अव्ययपदानि चिनुत-
यथा
राधा अपि नृत्यति।
अपि
(क)
त्वं कदा गृहं गमिष्यसि।
(ख)
अधुना क: समय:।
(ग)
महात्मागान्धी सदा सत्यं वदति स्म।
(घ)
अहं श्व: विद्यालयं गमिष्यामि।
(ङ)
इदानीं त्वं श्लोकं पठ।

Answer:

यथा
राधा अपि नृत्यति।
अपि
(क)
त्वं कदा गृहं गमिष्यसि।
कदा
(ख)
अधुना क: समय:।
अधुना
(ग)
महात्मागान्धी सदा सत्यं वदति स्म।
सदा
(घ)
अहं श्व: विद्यालयं गमिष्यामि।
श्व:
(ङ)
इदानीं त्वं श्लोकं पठ।
इदानीं

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Question 4

अधोलिखितानि कथनानि क:/का कं/कां प्रति कथयाति?
  
:/का
कं/कां प्रति
(क)
मूर्ख वैद्य! अलं परिश्रमेण।
——————–
——————–
(ख)
कुत्र कुत्र रामिलक:।
——————–
——————–
(ग)
विषवेगा: शतम्‌।
——————–
——————–
(घ)
गुलिका: मया आनीता:।
——————–
——————–
(ङ)
इदम्‌ उदकम्‌।
——————–
——————–
(च)
अरे! प्रत्यागतप्राण: खलु भगवान्‌।
——————–
——————–

Answer:

  
:/का
कं/कां प्रति
(क)
मूर्ख वैद्य! अलं परिश्रमेण।
गणिका
वैद्यम्
(ख)
कुत्र कुत्र रामिलक:।
परिव्राजक:
रामिलकम्
(ग)
विषवेगा: शतम्‌।
वैद्य:
गणिकाम्
(घ)
गुलिका: मया आनीता:।
वैद्य
चेटीम्
(ङ)
इदम्‌ उदकम्‌।
चेटी
वैद्यम्
(च)
अरे! प्रत्यागतप्राण: खलु भगवान्‌।
शाण्डिल्य:
परिव्राजकम्

Question 5

विपरीतार्थका: शब्दा: लेखनीया:-
गुणा:
——————–
स्वीकार:
——————–
दक्षिणहस्त:
——————–
अनन्या
——————–
कृतज्ञ:
——————–

Answer:

गुणा:
दोषा:
स्वीकार:
अस्वीकार:
दक्षिणहस्त:
वामहस्त
अनन्या
अन्य
कृतज्ञ:
कृतघ्न:

Question 6

अधोलिखितानि पदानि प्रयुज्य वाक्यानि रचयत-
गुलिका:
——————–
कुठारिका
——————–
क्षिप्रम्‌
——————–
यत्न:
——————–
लोके
——————–

Answer:

गुलिका:
गुलिका: रोगं हरन्ति
कुठारिका
कुठारिका काष्ठं छिनति
क्षिप्रम्‌
कार्य क्षिप्रं करणीयम्
यत्न:
सततं यत्न: कर्त्तव्य:
लोके
लोके सदाचार: जयति

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Question 7

उदाहरणानुसारेण पदनिर्माणं कुरुत-
मूलशब्दा:
वचनम्‌
पदानि
यथा- शिल्पिन्‌
प्रथमा-एकवचने
शिल्पी
धनिन्‌
द्वितीया-एकवचने
——————–
ज्ञानिन्‌
तृतीया-एकवचने
——————–
महत्त्वाकांक्षिन्‌
द्वितीया-बहुवचने
——————–
बहुभाषिन्‌
तृतीया-बहुवचने
——————–
दण्डिन्‌
द्वितीया-बहुवचने
——————–

Answer:

मूलशब्दा:
वचनम्‌
पदानि
यथा- शिल्पिन्‌
प्रथमा-एकवचने
शिल्पी
धनिन्‌
द्वितीया-एकवचने
धनिनम्
ज्ञानिन्‌
तृतीया-एकवचने
ज्ञानिन।
महत्त्वाकांक्षिन्‌
द्वितीया-बहुवचने
महत्त्वाकांक्षिण:
बहुभाषिन्‌
तृतीया-बहुवचने
बहुभाषिभि:
दण्डिन्‌
द्वितीया-बहुवचने
दण्डिन:

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