Tuesday, June 30, 2020

NCERT solution class 8 sanskrit chapter 14 आर्यभटः


Page No 97:

Question 1

एकपदेन उत्तरत −
(क) सूर्य कस्यां दिशायाम् उदेति?
(ख) आर्यभटस्य वेधशाला कुत्र आसीत्?
(ग) महान गणितज्ञ: ज्योतिविच्च क: अस्ति?
(घ) आर्यभटेन क: ग्रन्थ: रचित: ?
(ङ) अस्माकं प्रथमोपग्रहस्य नाम किम् अस्ति?

Answer:

(क) पूर्वस्याम् ।
(ख) पाटलीपुत्रे।
(ग) आर्यभट: ।
(घ) आर्यभटीयम्।
(ङ) आर्यभट: ।

Question 2

सन्धिविच्छेद कुरूत −
(क)ग्रन्थोऽयम्———————+———————
(ख)सूर्याचल:———————+———————
(ग)तथैव———————+———————
(घ)कालातिगामिनी———————+———————
(ङ)प्रथमोपग्रहस्य———————+———————

Answer:

(क)ग्रन्थोऽयम्ग्रन्थ:+अयम्
(ख)सूर्याचल:सूर्य+अचल:
(ग)तथैवतथा+इव
(घ)कालातिगामिनीकाल+अतिगामिनी
(ङ)प्रथमोपग्रहस्यप्रथम+उपग्रहस्य

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Question 3

अधोलिखित पदानां विपरीतार्थक पदानि लिखत −
(क)उदय:———————
(ख)अचल:———————
(ग)अन्धकार:———————
(घ)स्थिर:———————
(ङ)समादर:———————

Answer:

(क)उदय:अस्त:
(ख)अचल:चल:
(ग)अन्धकार:प्रकाश:
(घ)स्थिर:अस्थिर:
(ङ)समादर:निरादर:

Question 4

अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत −
(क)साम्प्रतम्———————
(ख)निकषा———————
(ग)परित:———————
(घ)उपविष्ट:———————
(ङ)कर्मभूमि:———————
(च)वैज्ञानिक:———————

Answer:

(क)साम्प्रतम्साम्प्रतं क्रीडाक्षेत्रे गच्छ।
(ख)निकषातृणं निकषा वृक्ष: अस्ति
(ग)परित:विद्यालयं परित: उद्यानमस्ति
(घ)उपविष्ट:काष्ठपीठे उपविष्ट:
(ङ)कर्मभूमि:एष: मम् कर्मभूमि: अस्ति
(च)वैज्ञानिक:वैज्ञानिक: अनवेषणं करोति

Question 5

मञ्जूषात: पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत −
नौकाम् ,पृथिवी ,तदा ,चला ,अस्तं
(क) सूर्य: पूर्वदिशायाम् उदेति पश्चिम दिशि च ——————— गच्छति।
(ख) सूर्य: अचल: पृथिवी च ———————।
(ग) ——————— स्वकीये अक्षे घूर्णति।
(घ) यदा पृथिव्या: छाया पातेन चन्द्रस्य प्रकाश: अवरूध्यते ——————— चन्द्रग्रहण
भवति।
(ङ) नौकायाम् उपविष्ट: मानव: ——————— स्थिरामनुभवति।

Answer:

(क) सूर्य: पूर्वदिशायाम् उदेति पश्चिम दिशि च अस्तं गच्छति।
(ख) सूर्य: अचल: पृथिवी च चला
(ग) पृथिवी स्वकीये अक्षे घूर्णति।
(घ) यदा पृथिव्या: छाया पातेन चन्द्रस्य प्रकाश: अवरूध्यते तदा चन्द्रग्रहण भवति।
(ङ) नौकायाम् उपविष्ट: मानव: नौकाम् स्थिरामनुभवति।

Page No 99:

Question 6

उदाहरणानुसार पद परिचयं ददत −
 
पदानि
लिङ्गम
विभक्ति:
वचनम्

यथा-चन्द्रस्य
पुँल्लिङ्ग:
षष्ठी
एकवचनम्
(क)
वेधशालायाम्
———————
———————
———————
(ख)
पृथिवी
———————
———————
———————
(ग)
परम्परया
———————
———————
———————
(घ)
त्रीणि
———————
———————
———————
(ङ)
छायापातेन
———————
———————
———————

Answer:

 
पदानि
लिङ्गम
विभक्ति:
वचनम्

यथा-चन्द्रस्य
पुँल्लिङ्ग:
षष्ठी
एकवचनम्
(क)
वेधशालायाम्
स्त्रीलिङ्ग:
सप्तमी
एकवचनम्
(ख)
पृथिवी
स्त्रीलिङ्ग:
प्रथमा
एकवचनम्
(ग)
परम्परया
स्त्रीलिङ्ग:
तृतीया
एकवचनम्
(घ)
त्रीणि
नपुसंकलिङ्ग:
प्रथमा
बहुवचनम्
(ङ)
छायापातेन
पुँल्लिङ्ग:
तृतीया
एकवचनम्

Question 7

‘मति’ शब्दस्य रूपाणि पूरयत −
विभक्ति:
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथमा
मति:
मती
मतय:
द्वितीया
मतिम्
———————
मती:
तृतीया
मत्या
मतिभ्याम्
———————
चतुर्थी
———————
मतिभ्याम्
मतिभ्य:
पञ्चमी
मत्या:,मते:
———————
———————
षष्ठी
———————
मत्यो:
मतीनाम्
सप्तमी
मत्याम्
मत्यो:
मतिषु
सम्बोधनम्
———————
हे मती।
हे मतय:।

Answer:

विभक्ति:
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथमा
मति:
मती
मतय:
द्वितीया
मतिम्
मती
मती:
तृतीया
मत्या
मतिभ्याम्
मतिभि:
चतुर्थी
मत्यै,मत्ये
मतिभ्याम्
मतिभ्य:
पञ्चमी
मत्या:,मते:
मतिभ्याम्
मतिभ्य:
षष्ठी
मत्या:
मत्यो:
मतीनाम्
सप्तमी
मत्याम्
मत्यो:
मतिषु
सम्बोधनम्
हे मते!
हे मती।
हे मतय:।

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