A Truly Beautiful Mind Summary In English
Albert Einstein is bornAlbert Einstein was bom on March 14,1879 in the German City of Ulm. He had no signs of greatness. His mother thought that he was a freak.
Albert as uncommon
When he learned to speak he spoke everything twice. He was boring for other children. So he played by himself much of the time. He loved mechanical toys. Looking at his new bom siste, Maja, he asked where her wheels were.
Albert belies the headmaster
A headmaster told his father that Einstein would never make a success at anything. Einstein began playing at the age of six. Later he became a gifted violinist.
Leaves school for good
But Einstein was not a bad pupil. He joined a high school in Munich. He scored good marks in every subject. He clashed with his teachers. He did not like strict discipline and order in schools. He left school for good at the age of 15.
Education in Switzerland
A year before his parents had moved to Milan. They left him with relatives. He was able to continue his education in Switzerland.
Goes to University
Einstein was highly gifted in mathematics. He was interested in physics also. He decided to study at a University in Zurich.
Falls in love
He had a special interest in a fellow student. Her name was Mileva Marie. She was a ‘clever creature’. She was a Serb. The university in Zurich was one of the few universities in Europe where women could get degrees. Therefore, she had come to Switzerland. The couple fell in love. However, their love was expressed in science.
Gets a job
At the age of 21, Albert Einstein got his university degree. He also got a job. He became a technical expert in the patent office in Bern in 1920. He was also actually developing his own ideas in secret. He called his desk as the ‘bureau of theoretical physics’.
His ‘Special Theory of Relativity’
One of the famous papers of 1905 was Einstein’s ‘Special Theory of Relativity’. According to it time and distance are not absolute. For example, two perfectly accurate clocks will not show the same time if they come together after a journey. From this followed the world’s most famous formula. It describes the relationship between mass and energy, E = me2 (E stands for energy, m for mass and c for the speed of light in a vacuum which is about 300,000 km/s.)
Einstein’s mother on Mileva
Einstein was solving the most difficult problems in physics. His private life was starting to fail. He wanted to marry Mileva. But his mother was against it.. She thought Mileva was too old for him. She was three years older than him. She was also bothered by Mileva’s intelligence.
Einstein marries
The pair finally married in January 1903. They had two sons. But a few years later, the marriage failed. The couple finally divorced in 1919. Einstein married his cousin Elsa the same year.
Receives the Nobel Prize
Einstein’s new chapter brought him world fame. In 1915 he had published his ‘General Theory of Relativity’. An eclipse of the sun in 1919 proved its accuracy. The newspapers called his work as a scientific revolution. He received the Nobel Prize for Physics in 1921. He received honours and invitations from all over the world after that.
Einstein emigrates to US
The Nazis came to power in Germany in 1933. Einstein emigrated to the United States. Five years later, nuclear fission was discovered by the Nazis in Berlin. It upset the American physicists. They were afraid that the Nazis would build and use an atomic bomb.
Einstein’s letter to US President
Einstein wrote a letter to the American President Franklin D. Roosevelt on August 2, 1939. In it he warned that a single bomb of this type might destroy the whole part. It bore fruit. The Americans developed the atomic bomb in secret. They dropped it on Hiroshima and Nagasaki in August 1945.
Einstein work for peace and democracy
Einstein was deeply shaken by the extent of destruction. This time he wrote a public letter to the United Nations. In it he proposed the formation of a world government. But this did not prove effective. Einstein in the next decade involved himself in politics. He wanted to bring an end to the arms buildup. He worked for peace and democracy.
Einstein dies
Einstein died in 1955 at the age of 76. He was celebrated as a visionary and a world citizen.
A Truly Beautiful Mind Summary In Hindi
एलबर्ट आईन्स्टाईन का जन्म।एलबर्ट आईन्स्टाईन 14 मार्च, 1879 को जर्मनी के शहर उल्म में उत्पन्न हुआ था। उसमें महानता के कोई लक्षण नहीं थे। उसकी माँ ने सोचा था कि वह सनकी था।
असाधारण एलबर्ट
जब उसने बोलना सीखा तो वह हरेक चीज को दोबारा बोलता था। वह दूसरे बच्चों के लिए उबाऊ था। इसलिए वह अधिकतर समय अपने आप ही खेलता था। उसे मशीनी खिलौनों से प्यार था। अपनी नई जन्मी बहन माजा को देखकर उसने कहा कि उसके पहिए कहाँ हैं।
एलबर्ट का हैडमास्टर को झूठा करना
एक मुख्याध्यापक ने उसके पिता को बताया कि आईन्स्टाईन किसी भी चीज में सफल नहीं हो सकता। आईन्स्टाईन ने छः वर्ष की आयु में खेलना आरम्भ किया। बाद में वह एक प्रतिभावान वायलिन बजानेवाला बन गया।
हमेशा के लिए स्कूल छोड़ना
परन्तु आईन्स्टाईन बुरा विद्यार्थी नहीं था। उसने म्युनिख में एक हाई स्कूल में दाखिला लिया। उसने हरेक विषय में उत्तम अंक लिए। वह अपने अध्यापकों से लड़ता था। उसे स्कूलों का संगठित अनुशासन पसन्द नहीं था। उसने स्कूल को 15 वर्ष की आयु में हमेशा के लिए छोड़ दिया।
स्विट्जरलैण्ड में शिक्षा
एक वर्ष पहले उसके माता-पिता मिलान चले गए थे। उन्होंने उसे रिश्तेदारों के पास छोड़ दिया। उसने स्विट्जरलैण्ड में अपनी शिक्षा जारी रखी।
विश्वविद्यालय में जाना।
आईन्स्टाईन गणित में काफी प्रतिभावान था। उसकी भौतिकी में भी काफी रुचि थी। उसने ज्यूरिख में विश्वविद्यालय में पढ़ने का निर्णय लिया।
प्यार हो जाना
उसकी एक सहपाठी में खास रुचि थी। उसका नाम मिलेवा मैरिक था। वह एक ‘चतुर प्राणी’ थी। वह सर्बिया की रहने वाली थी। ज्यूरिख का विश्वविद्यालय यूरोप के गिने-चुने विश्वविद्यालयों मैं एक था जहाँ महिलाएँ डिग्रीयाँ ले सकती थीं। इसलिए उसे स्विट्जरलैण्ड आना पड़ा। जोड़ा आपस में प्यार करने लगा। परन्तु उनका प्यार विज्ञान में प्रदर्शित था।
नौकरी की प्राप्ति
21 वर्ष की आयु में आईन्स्टाईन को विश्वविद्यालय की डिग्री मिल गई। उसे एक नौकरी भी मिल गई। वह बर्न में 1920 में पेटेन्ट दफ्तर में तकनीकी विशेषज्ञ बन गया। वास्तव में वह चुपचाप अपने निजी विचार भी विकसित कर रहा था। उसने अपने डेस्क को ‘ध्योरिटिकल फिजिक्स का दफ्तर’ कहा।
उसकी ‘स्पेशल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी
1905 के प्रसिद्ध शोधपत्रों में आईन्स्टाईन का ‘स्पेशल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी’ था। उसके अनुसार समय और दूरी पूर्ण नहीं हैं। उदाहरण के रूप में दो पूर्णरूप से सही घड़ियाँ एक सा समय नहीं दिखाएँगी यदि वे एक यात्रा के पश्चात् इकट्ठी कर दी जाएँ। इससे संसार का सबसे प्रसिद्ध फार्मुला निकला। यह आकार और ऊर्जा के बीच के सम्बन्ध को बताता है, E = mc (E ऊर्जा के लिए, m आकार के लिए और c शुन्य में रोशनी की गति के लिए है जो लगभग 300,000 किलोमीटर प्रति सेकेंड है।)
मिलेवा पर आईन्स्टाईन की माँ
आईन्स्टाईन भौतिकी में सबसे कठिन समस्या को हल कर रहा था। उसका निजी जीवन असफल हो रहा था। वह मिलेवा से शादी करना चाहता था। परन्तु उसकी माँ इसके विरुद्ध थी। वह सोचती थी कि मिलेवा उसके लिए बड़ी थी। वह उससे तीन वर्ष बड़ी थी। वह मिलेवा की बुद्धिमत्ता से भी परेशान थी।
आईन्स्टाईन की शादी
जोड़े ने अन्त में जनवरी 1903 में शादी कर ली। उनके दो पुत्र थे। परन्तु कुछ वर्ष पश्चात् शादी असफल हो गई। जोड़े ने अन्त में 1919 में तलाक ले लिया। आईन्स्टाईन ने अपनी चचेरी बहन एल्सा से उसी वर्ष विवाह कर लिया।
नोबल पुरस्कार की प्राप्ति
आईन्स्टाईन के नए अध्याय ने उसे विश्वव्यापी प्रसिद्धि ला दी। 1915 में उसने अपनी ‘जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी’ छापी। 1919 में सूर्यग्रहण ने इसकी शुद्धता को प्रमाणित कर दिया। समाचार पत्रों ने उसके कार्य को वैज्ञानिक क्रांति कहा। उसे फिजिक्स में 1921 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। उसके पश्चात् उसे सारे संसार से सम्मान और आमन्त्रण पत्र मिले।
आईन्स्टाईन को अमेरिका में बसना
जर्मनी में नाजी 1933 में सत्ता में आए। आईन्स्टाईन अमेरिका चला गया। पाँच वर्ष पश्चात् बर्लिन में नाजियों द्वारा नाभिकीय विखण्डन की खोज हुई। इसने अमेरिकी भौतिकी विशेषज्ञों को विचलित कर दिया। उन्हें भय था कि नाजी एक एटम बम बनायेंगे। और इसका प्रयोग करेंगे।
आईन्स्टाईन को अमेरिकी राष्ट्रपति के नाम एक पत्र
आईन्स्टाईन ने अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट को 2 अगस्त 1939 को एक पत्र लिखा। इसमें उसने चेतावनी दी कि इस प्रकार का एक अकेला बम सारे भाग को नष्ट कर सकता है। इसका परिणाम मिला। अमेरिकियों ने चुपचाप एक एटम बम बना लिया। उन्होंने इसे अगस्त 1945 में हिरोशीमा और नागासाकी पर गिराया।
आईन्स्टाईन का शान्ति और प्रजातन्त्र के लिए काम करना
आईन्स्टाईन विनाश की सीमा से काफी विचलित हुआ। इस बार उसने संयुक्त राष्ट्र को एक खुला पत्र लिखा। इसमें उसने संसार की एक सरकार बनाने का सुझाव दिया। परन्तु इसका प्रभाव नहीं हुआ। अगले दशक में आईन्स्टाईन राजनीति में प्रविष्ट हो गया। वह अस्त्र-शस्त्र के एकत्रीकरण को समाप्त करना चाहता था। उसने शान्ति और प्रजातन्त्र के लिए कार्य किया।
आईन्स्टाईन की मृत्यु
1955 में 76 वर्ष की आयु में आईन्स्टाईन की मृत्यु हो गई। उसका एक दिव्यदर्शन-द्रष्टा के और संसार के नागरिक के रूप में अभिनन्दन हुआ।
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